आयुर्वेद, भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है जो कहती है — “रोगों से बचाव इलाज से बेहतर है।”
आइए जानते हैं एक परफेक्ट आयुर्वेदिक दिनचर्या कैसी होनी चाहिए:
1️⃣ सुबह उठने का समय — ब्रह्म मुहूर्त
सुबह 4 से 6 बजे के बीच उठना शरीर और दिमाग के लिए सबसे उत्तम समय है।
2️⃣ तांबे के लोटे में रखा पानी पीना
सुबह खाली पेट तांबे के बर्तन का पानी पीना डिटॉक्स में मदद करता है।
3️⃣ ऑयल पुलिंग (तेल कुल्ला)
नारियल तेल या तिल के तेल से कुल्ला करने से दाँत और मसूड़े मजबूत होते हैं।
4️⃣ शरीर का अभ्यंग (तेल मालिश)
सरसों या नारियल तेल से मालिश करने से रक्तसंचार बेहतर होता है और त्वचा दमकती है।
5️⃣ योग और प्राणायाम
हर दिन कम से कम 30 मिनट योग और प्राणायाम करने से बीमारियाँ दूर रहती हैं।
6️⃣ सात्विक भोजन
ताजा, हल्का, पौष्टिक और कम मसालेदार भोजन शरीर को एनर्जी देता है।
7️⃣ रात जल्दी सोना
आयुर्वेद के अनुसार रात 10 बजे से पहले सोना और सुबह सूर्योदय से पहले उठना जरूरी है।
निष्कर्ष
आयुर्वेदिक दिनचर्या सिर्फ शरीर ही नहीं, मन और आत्मा की भी सफाई करती है। अगर आप लंबा और रोगमुक्त जीवन चाहते हैं तो इसे अपनाइए!